मध्य प्रदेश के रतलाम के एक बाबा कोरोना से जान गंवानें से पहले भक्तों में संक्रमण का प्रसाद बांट गए.
बाबा के कारनामे से रतलाम में कोरोना संक्रमितों की तादाद 85 हो गई है. इनमें से 29 बाबा के भक्त हैं.
अब प्रशासन बाबा के भक्तों को क्वारंटीन कर रहा है. हरकत में आए प्रशासन ने शहर के अन्य बाबाओं को भी क्वारंटीन कर दिया है.
रतलाम के नयापुरा इलाक़े में रहने वाले असलम बाबा झाड़ फूंक करके इलाज करने का दावा करते थे. वो भक्तों के हाथ भी चूमते थे.
अंधविश्वासी भक्त कोरोना वायरस महामारी के दौर में भी इस बाबा के पास पहुंच रहे थे.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक ये 62 वर्षीय बाबा हर मर्ज़ का इलाज हाथ चूमकर और पानी पिलाकर करने का दावा करता था.
बाबा की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद जब भक्तों का टेस्ट कराया गया तो 29 संक्रमित पाए गए.
बाबा के संपर्क में शहर के कई बड़े लोग भी थे. ये अब सकते में हैं.
भारत में ऐसे बाबाओं का कारोबार खूब फलता फूलता है. ये ढोंगी बाबा लोगों के डर का फ़ायदा उठाकर उन्हें ठगते हैं.
मार्च में लखनऊ पुलिस ने एक ऐसे बाबा को गिरफ़्तार किया था जो 11 रुपए में कोरोना का इलाज करने का दावा करता था.
भारत में ऐसे बाबाओं की तादाद लाखों में है जो हर मर्ज़ की दवा का ताबीज़ देने का दावा करते हैं. इनमें से कुछ बाबाओं की तो देश की राजनीति पर भी ग़हरी पकड़ है.