उत्तर प्रदेश के तेज़ तर्रार आईपीएस अधिकारियों में शुमार नवनीत सिकेरा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. हालांकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने अधिकारिक तौर पर उनके संक्रमित होने की पुष्टि अभी नहीं की है.
1996 बैच के आईपीएस नवनीत इस समय पुलिस मुख्यालय में आईजी के पद पर तैनात हैं. मूलरूप से एटा के रहने वाले नवनीत सिकेरा सोशल मीडिया पर काफ़ी चर्चित हैं.
एक साधारण परिवार से आने वाले नवनीत सिकेरा की कहानी बेहद प्रेरणादायक है. उन्होंने पहली हे प्रयास में बिना किसी कोचिंग के सिविल सेवा परीक्षा पास की थी और आईएएस की जगह आईपीएस चुना था.
नवनीत लखनऊ के एसएसपी भी रह चुके हैं. वे 32 वर्ष की उम्र में लखनऊ के सबसे युवा एसएसपी थे.
नवनीत सिकेरा को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर भी पहचाना जाता है.नवो लखनऊ में कुख्यात अपराधी रमेश कालिया के एनकाउंटर से चर्चा में आए थे.
नवनीत सिकेरा को साल 2005 और 2013 में पुलिस सेवा में योगदान के लिए राष्ट्रपति मेडल भी मिल चुका है.
हम नवनीत सिकेरा के बेहतर स्वास्थ्य की कामना करते हैं.
कोरोना से दो फ्रंट पर लड़ रही है उत्तर प्रदेश पुलिस
मार्च में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद से ही यूपी पुलिस दो फ्रंट पर कोरोना से लड़ रही है.
क़ानून व्यवस्था की ज़िम्मेदारी संभाल रही यूपी पुलिस पहले दिन से ही मैदान में हैं. लॉकडाउन लागू कराने में यूपी पुलिस की सबसे अहम भूमिका रही है.
फ्रंटलाइन पर खड़े पुलिसकर्मियों में संक्रमण की संभावना अधिक होती है. वहीं पुलिसकर्मी अपराधियों की धर पकड़ भी करते हैं जिसके दौरान भी संक्रमण का ख़तरा बना रहता है.
यूपी पुलिस के मुताबिक अब तक क़रीब 700 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से अधिकतर ठीक होकर घर लौट चुके हैं.
संक्रमित पुलिसकर्मियों के परिवारों की मदद के लिए यूपी पुलिस ने हेल्पलाइन भी शुरू की है.
यही नहीं बड़े पैमाने पर मास्क और पीपीई किट भी पुलिसकर्मियों को दिए गए हैं.
हर सप्ताह कार्यालयों और बैरक को सेनेटाइज़ भी किया जाता है.
बावजूद इन सब तैयारियों के बावजूद रह-रहकर संक्रमण के मामले सामने आ ही रहे हैं.