वाराणसी में नेपाली युवक का सिर मुंडवाकर उस पर जय श्री राम लिख दिया गया.
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में युवक को जय श्री राम के नारे लगाने और भारत ज़िंदाबाद कहने के लिए भी कहा जा रहा है.
युवक से नेपाल के प्रधानमंत्री के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी भी करवाई जा रही है.
वाराणसी पुलिस ने इस वीडियो के सामने आने के बाद कार्रवाई करते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
इस संबंध में वाराणसी के भोलेपुर थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया है.
विश्व हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण कुमार पाठक के ख़िलाफ़ल भोलेपुर थाने में मुक़दमा दर्ज किया गया था.
उन्होंने ही नेपाली युवक का वीडियो बनवाकर वायरल कराया है. वाराणसी पुलिस ने चार लोगों की गिरफ़्तारी की पुष्टि की है.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे आपत्तिजनक वीडियो के सम्बन्ध में थाना भेलूपुर पर अभियोग पंजीकृत कर त्वरित कार्यवाही करते हुए 04 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु दबिश दी जा रही है @CMOfficeUP @PMOIndia @UPGovt @dgpup @amitpathak09 @Uppolice
— Varanasi Police (@varanasipolice) July 17, 2020
विश्व हिंदू सेना ने चेतावनी दी थी की नेपाली प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपना बयान वापस लें नहीं तो भारत में रह रहे नेपाल के लोगों को गंभीर परीणाम भुगतने होंगे.
हाल ही में केपी शर्मा ओली ने बयान दिया था कि भगवान राम का जन्म नेपाल में हुआ था और भारत की अयोध्या नकली अयोध्या है.
हालांकि इस बयान के बाद नेपाल की ओर से स्पष्टीकरण भी आया था लेकिन जो विवाद हुआ वो आगे बढ़ता ही गया.
हाल के महीनों में भारत और नेपाल के बीच रिश्ते में कड़वाहट आई है.
नेपाल ने भारत के तीन इलाक़ों को अपना बताते हुए विवादित नक्शा पारित किया है.
साथ ही हाल के दिनों में नेपाल चीन की ओर झुका हुआ भी नज़र आया है.
This happened in Varanasi, UP.
Nepali man tonsured, forced to chant ‘Jai Shri Ram’ and anti-Nepal slogans.
‘Jai Shri Ram’ was also written on the man’s scalp by the members of Hindutva outfit. pic.twitter.com/pJSfib6ywY
— Md Asif Khan (@imMAK02) July 17, 2020
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बयान में कहा था कि भारत और नेपाल के बीच सदियों पुराना रोटी-बेटी का रिश्ता है जिसे कोई नहीं तोड़ सकता.
लेकिन नेपाल की ओर से इस रिश्ते पर चोट करने वाले क़दम उठाए गए और बयान दिए गए.
अब वाराणसी में नेपाली नागरिक के साथ की गई बर्बरता का यूपी सरकार और भारत सरकार ने संज्ञान लिया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में भारत में नेपाल के राजदूत से बात भी की है.