उत्तरप्रदेश में आज शासन ने जनहित में पंद्रह आाईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया
ज़ोन में ADG व्यवस्था के बाद फिर नया प्रयोग करते हुए दो जिलों की कमान डीआईजी को दी गई है.
इससे पहले ज़िले में डीआईजी/एसएसपी तैनात करने का प्रयोग बसपा काल में किया जा चुका है. कानपुर में अपहरण कांड के बाद नवागत एसएसपी को हटा दिया गया है. लेकिन एडीजी जेएन सिंह व आईजी रेंज मोहित अग्रवाल पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है.
दरअसल शासन ने इन दो शीर्ष अधिकारियों पर भी कार्रवाई की तैयारी कर ली थी लेकिन उनका नंबर आते-आते बच गया.
कानपुर के एसएसपी दिनेश पी को अब झांसी का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाकर भेज दिया गया है. वहीं बेहतरीन काम कर रहे प्रीतिंदर सिंह को कानपुर का डीआईजी/एसएसपी बनाया गया है.
वहीं डीआईजी दीपक कुमार को अयोध्या का डीआईजी/एसएसपी बनाया गया है. यानी राम मंदिर का निर्माण शुरू होने और प्रधानमंत्री के आगमन से पहले दीपक कुमार को अयोध्या क्षेत्र की कमान दे दी गई है.
वहीं बस्ती क्षेत्र के आईजी आशुतोष कुमार को अब पीएसी भेज दिया गया है. वहीं आईपीएस दीपक रतन को प्रीतिंदर सिंह की जगह अलीगढ़ रेंज दे दी गई है.
वहीं खीरी ज़िले की पुलिस कप्तान पूनम को लंबी पारी के बाद आख़िरकार किनारे कर ही दिया गया है. कई शिकायतों के बाद उनका तबादला कर दिया गया है. वहीं आर्थिक अपराध शाका ईओडब्ल्यू से निकालकर सत्येंद्र कुमार को खीरी का कप्तान बनाकर भेजा गया है.
अमेठी की एसएसपी ख्याति गर्ग को भी लखनऊ कमिश्नरी लाया गया है. वहीं लखनऊ कमिश्नरी सिस्टम से निकालकर दिनेश सिंह को अमेठी का कप्तान बनाकर भेजा गया है.
यहां देखें तबादलों की पूरी सूची.