उत्तर प्रदेश पुलिस ने शिक्षक भर्ती घोटाले में दस लोगों को गिरफ़्तार किया है.
इन लोगों ने यूपी में शिक्षक के तौर पर भर्ती कराने के नाम पर उम्मीदवारों से लाखों रुपए की ठगी की है.
प्रयागराज के पुलिस अधीक्षक अनिरुद्ध पंकज के मुताबिक पुलिस ने दस लोगों को फ़र्ज़ी शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ़्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक तथ्यों की जांच की जा रही है और गिरफ़्तार किए गए लोगों के संबंध तलाशे जा रहे हैं.
गिरफ़्तार लोगों से 22 लाख रुपए कैश और दो लग्ज़री कारें भी बरामद की गई है.
मुख्य अभियुक्त की पहचान केएल पटेल के रूप में हुई है जो पूर्व ज़िला पंचायत अध्यक्ष और कई शिक्षण संस्थान भी चलाता है.
वहीं उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षामंत्री सतीश चंद द्विवेदी का कहना है कि आज प्रेसवार्ता करके तथ्यों को सामने रखा जाएगा.
द्विवेदी का कहना है कि इस घोटाले के पीछे जो भी है उसे गिरफ़्तार किया जाएगा.
हाईकोर्ट ने लगा दी थी भर्ती पर रोक
एक सप्ताह पहले ही इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बैंच ने उम्मीदवारों की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए 69000 शिक्षकों की भर्ती पर 12 जुलाई तक रोक लगा दी थी.
याचिकाओं में परीक्षा के दौरान पूछे गए प्रश्नों के सही उत्तरों पर सवाल उठाए गए थे.
याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि कई सवाल ऐसे थे जिनके कई सही उत्तर हो सकते हैं क्योंकि ये तर्कों पर आधारित थे न की तथ्यों पर.
प्रवेश परीक्षा में सिर्फ़ ऑब्जेक्टिव प्रश्न ही पूछे जाने का प्रावधान है. हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार ने अदालत के फ़ैसले को चुनौती दी है.
सोमवार को लखनऊ पीठ में 69 हज़ार शिक्षकों की भर्ती मामले में राज्य सरकार, शिक्षा विभाग और अन्य तीन विशेष अपीलों पर सुनवाई हुई.
न्यूयमूर्ती दिनेश कुमार सिंह की खंडपीठ ने अपना फ़ैसला सुरक्षित रखते हुए अपीलों पर आपत्ती व जवाब दाख़िल करने के लिए 9 जून तक का समय दिया है
प्रियंका गांधी ने दी आंदोलन की चेतावनी.
वहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का कहना है कि उत्तर प्रदेश में 69000 शिक्षकों की भर्ती मध्यप्रदेश के व्यापम जैसा घोटाला है.
69000 शिक्षक भर्ती घोटाला उप्र का व्यापम घोटाला है। इस मामले में गड़बड़ी के तथ्य सामान्य नहीं हैं। डायरियों में स्टूडेंट्स के नाम, पैसे का लेनदेन, परीक्षा केंद्रों में बड़ी हेरफेर, इन गड़बड़ियों में रैकेट का शामिल होना – ये सब दर्शाता है कि इसके तार काफी जगहों पर जुड़े हैं। 1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 8, 2020
68500 भर्ती मामले में भी बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई थी। युवाओं के आवाज उठाने के बाद पुनर्मूल्यांकन में लगभग 5000 अभ्यर्थी पास हुए थे। अब 69000 में भी भारी हेरफेर सामने आई है।
सरकार को युवाओं की आवाज को भर्ती प्रक्रियाओं में भ्रष्टाचार खत्म करने की माँग के बतौर देखना चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) June 8, 2020
एक ट्वीट में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘69000 शिक्षक भर्ती घोटाला उप्र का व्यापम घोटाला है. इस मामले में गड़बड़ी के तथ्य सामान्य नहीं हैं. डायरियों में स्टूडेंट्स के नाम, पैसे का लेनदेन, परीक्षा केंद्रों में बड़ी हेरफेर, इन गड़बड़ियों में रैकेट का शामिल होना – ये सब दर्शाता है कि इसके तार काफी जगहों पर जुड़े हैं.’
उन्होंने कहा, ‘मेहनत करने वाले युवाओं के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. सरकार अगर न्याय नहीं दे सकी तो इसका जवाब आंदोलन से दिया जाएगा.’