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लखनऊः लग्ज़री कार चुराने वालों में अभिनेता और बड़े कारोबारी शामिल

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लखनऊ पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक अंतरराज्जीय कार चोर गैंग का पर्दाफ़ाश किया है. इस गैंग में भोजपुरी फ़िल्मों का अभिनेता और बैंकॉक में होटल चलाने वाला एक कारोबारी भी शामिल है. अब तक 18 राज्यों में लग्ज़री गाड़ियां चुरा चुका ये गैंग कार चोरी के चौबीस घंटे बाद ही गाड़ियों को नेपाल, नगालैंड, असम, मणिपुर भेज देता था.

पुलिस का अनुमान है कि कई राज्यों में सक्रिय ये कार चोर गैंग अब तक दो हज़ार से अधिक गाड़ियां चुरा चुका होंगे. लखनऊ में ही इस गैंग से पचास गाड़ियां अब तक बरामद की जा चुकी हैं.

पुलिस के मुताबिक मुख्य अभियुक्त और मास्टररमाइंड मोहम्मद रिज़वान बैंकॉक में होटल चलाता है और वो अब तक सैकड़ों गाड़ियों की चोरी करवा चुका है.

कैसे पकड़ा गया ये गैंग

डीसीपी ईस्ट सोमेन वर्मा की अगुवाई में सर्विलांस सेल व चिनहट पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर पांच कार चोरों को पकड़ा है और पचास लग्ज़री गाड़ियां बरामद की हैं. पुलिस के मुताबिक वाहन चोर गिरोह के दो साथी अभी फ़रार हैं.

पुलिस के मुताबिक 15 जून को पुलिस ने चिनहट चौकी पर एक आई-20 कार को चैकिंग के दौरान रोका था.

पुलिस को देखकर कार चालक फरार हो गया. इस कार पर 32एफ़बी-7474 नंबर अंकित था.

मौके पर ही पुलिस ने गाड़ी के नंबर की जांच की तो लखनऊ के कैसरबाग थानाक्षेत्र के सुंदरबाग निवासी नासिर ख़ान के नाम पर पंजीकृत थी. गाड़ी का मॉडल 2013 था लेकिन देखने में ये कार नई लग रही थी.

इसके बाद गाड़ी को जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया जहां गाड़ी का चेसिस नंबर फ़र्ज़ी पाया गया. यानी नई गाड़ी पर पुराना चेसिस नंबर डाला गया था.

चेसिस के आधार पर कार का रजिस्ट्रेशन नंबर यूपी32केडब्ल्यू-3999 था जो गोमतीनागर थानाक्षेत्र से 5 जून को चोरी हुई थी.

इसके बाद पुलिस ने आगे जांच करके कार चोर गिरोह का पर्दाफ़ाश कर दिया.

इन लोगों को गिया गया है गिरफ़्तार-

  1. नासिर ख़ान निवासी 109/105 मॉडल हाउस थाना अमीनाबाद
  2. मौहम्मद रिज़वान निवासी रामगंज हुसैनाबाद ठाकुरगंज
  3. श्यामजी जायसवाल निवास सी-232 विश्वबैंक कॉलोनी थाना बर्रा कानपुर नगर
  4. विनय तलवार निवासी 551/29 रामनगर आलमबाग
  5. मोइनउद्दीन निवासी 58- शिवनगर खदरा हसनगंज

फ़र्ज़ी पत्रकार और अभिनेता है अभयुक्त

पुलिस के मुताबिक नासिर ख़ान अपने आप को धांसू न्यूज़ चैनल का पत्रकार बताता है. नासिर ख़ान ने कई भोजपुरी फ़िल्मों में भी काम किया है.

ओएलएक्स पर भी बेची जाती थीं गाड़ियां

मोहम्मद रिज़वान चोरी की गई गाड़ियों के फ़र्ज़ी काग़ज़ बनाकर उन्हें ओएलएक्स पर भी बेचता था. रिज़वान बैंकॉक में होटल भी चलाता है और अपने आप को बड़े कारोबारी के तौर पर पेश करता  है.

कबाड़ का कारोबारी भी शामिल

श्यामजी की पन्नालाल एंड संस के नाम से कबाड़ी की दुकान है. वह पुरानी गाड़ियों को टॉटल लॉस पर ख़रीदता है और फिर उनसे क़ीमती सामान निकालकर उन्हें वाहन चोरों को बेच देता है.

कार शोरूम मालिक भी शामिल

विनय आनंद का हज़रतगंज में कार एक्सचेंज शोरूम है. यहां चोरी की गई गाड़ियों को बेचने के लिए रखा जाता था. जबकि एक और अभियुक्त मोइनउद्दीन गैराज की आड़ में चोरी की गाड़ियां ख़रीदने व बेचने का काम करता था.

ये गाड़ियां की गईं हैं बरामद

इन पांचों अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के बाद जुटाई गई जानाकारियों के आधार पर अब तक अलग अलग जगहों से पचास गाड़ियां बरामद की जा चुकी हैं. इनमें बीएमडब्ल्यू, मर्सडीज़, पज़ेरो, इनोवा, स्कार्पियो, बोलेरो, होंडा सिटी व अन्य लग्ज़री गाड़ियां शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक बरामद की गई गाड़ियों की बाज़ार में क़ीमत पांच करोड़ रुपए के आसपास होगी.

कैसे काम करता था ये गैंग?

पुलिस के मुताबिक कई राज्यों में सक्रिय ये गैंग एक्सीडेंट हुई या इंश्यूरेंस में टोटल लॉस दिखाई गई गाड़ियों का चेसिस नंबर और नंबर प्लेट हासिल करने के लिए उन्हें ख़रीद लेता था.

इसके बाद इन गाड़ियों के चेसिस नंबर और रजिस्ट्रेशन नंबर से चुराई गई गाड़ियों का नंबर बदल दिया जाता था.

इसके बाद इन गाड़ियों को कम दाम पर लालची ग्राहकों को बेच दिया जाता था.

गैंग गाड़ियों की चिप और इलेक्ट्रानिक कम्यूनिकेशन नेटवर्क को भी बदल देता था.

पुलिस का ये भी कहना है कि ये गैंग के सदस्य जायसवाल और तलवार ऐसे इलाक़ों में जाते जहां प्राकृतिक आपदा आई हो और वहां से गाड़ियां चुरा लेते. चोरी की गई कई गाड़ियों ओडिशा और कश्मीर के आपदा प्रभावित ज़िलों से हैं.

लखनऊ और आसपास से चोरी की गई गाड़ियों को असम के गुवाहाटी भेजा जाता जहां से इन्हें पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भेज दिया जाता. गाड़ियों को फ़र्ज़ी दस्तावेज़ और नंबर प्लेट लगाकर भेजा जाता था.

पुलिस फिलहाल इस गैंग से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस गैंग और निजी इंश्यूरेंस कंपनियों के बीच सांठ-गांठ का भी पता लगा रही है.

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