उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हर बीतते दिन के साथ कोराना महामारी का संकट गहराता जा रहा है और प्रशासन की तमाम तैयारियां नाकाफ़ी साबित हो रही हैं.
उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक गुरुवार को राजधानी में 485 नए संक्रमित मिले. हालांकि लखनऊ के स्वास्थ्य विभाग का आंकड़ा 600 से ज़्यादा का है. डाटा का ये अंतर भी बताता है कि किस तरह की बदइंतेज़ामी हो रही है.
कोरोना संक्रमण लखनऊ विकास प्राधिकरण तक भी पहुंच गया है. गुरुवार को एलडीए में एक अमीन संक्रमित मिला है. ये इस विभाग में संक्रमण का अब तक का पहला मामला है.
यहां सामने आए सबसे ज़्यादा मरीज़
नाका- 25
आलमबाग- 24
गोमतीनगर-22
महानगर- 19
आशियाना- 18
चिनहट – 16
बाज़ार खाला- 15
रायबरेली रोड कॉलोनी- 07
डालीगंज- 5
हसनगंज- 5
इसके अलावा शहर के और भी कई इलाक़ों में कोरोना संक्रमित सामने आए हैं. राजधानी में अब कंटेनमेंट ज़ोन की तादाद एक हज़ार से अधिक है. प्रशासन ने कंटेनमेंट ज़ोन की लिस्ट सार्वजनिक नहीं की है.
ज़िलाधिकारी मुख्यालय के मुताबिक राजधानी लखनऊ में गुरुवार शाम तक कुल संक्रमितों की संख्या 7794 है. जबकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों में ये संख्या 7615 बताई गई है.
ज़िलाधिकारी कार्यालय के मुताबिक लखनऊ में अब तक कोरोना संक्रमितों के 48852 कांटेक्ट ट्रेस किए गए हैं.
200 से अधिक संदिग्ध लापता
संक्रमितों की कांटेक्ट ट्रेसिंग के लिए शहर में शिक्षकों की टीमें लगाई गई हैं जो सीएमओ के कार्यालय से कार्य कर रही हैं. टीमें दो पालियों में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक और फिर दोपहर तीन बजे से रात 11 बजे तक कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य किया जा रहा है.
वहीं अमर उजाला की एक रिपोर्ट के मुताबिक संक्रमित मरीज़ों के सीधे संपर्क में 210 संदिग्ध कोरोना संक्रमित ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं. इनमें से कुछ लोगों ने ग़लत मोबाइल नंबर दे दिया है तो कुछ का फ़ोन बंद जा रहा है.
सीएमओ डॉ. आरपी सिंह के मुताबिक जिन संदिग्धों के कांटेक्ट ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं उनकी सूची बनाकर पुलिस और प्रशासन को भेजी गई है ताकि विधिक कार्रवाई की जा सके.
इन संदिग्धों के फ़ोन नंबर भी सर्विलांस पर लगाए गए हैं.
कोरोना टेस्ट के लिए आईडी प्रूफ़ अनिवार्य
लखनऊ ज़िला प्रशासन ने अब आईटीपीसीआर टेस्ट के लिए पहचान पत्र देना अनिवार्य कर दिया है. जिन लोगों के पास पहचान पत्र नहीं होगा उनकी जांच नहीं की जाएगी. ये आदेश दो दिन पहले ज़िलाधिकारी ने जारी किया है.