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हाथरस, बुलंदशहर, भदोही, बलरामपुर ये उत्तर प्रदेश के उन शहरों के नाम है जहां बेटियों के साथ बलात्कार हुआ। बलात्कार से थर्राए प्रदेश में अब लखनऊ शहर का नाम भी जुड़ गया है ।
लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र में 11वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा को एक हफ्ते तक बंधक बनाकर गैंगरेप किया गया। हाथरस से लेकर लखनऊ तक बेटियों के साथ घट रही घिनौनी घटनाओं में पुलिस की भूमिका बेहद शर्मनाक रही है।
लखनऊ में भी पीड़ित बेटी एक महीनें से इंसाफ के लिए पुलिस के चक्कर काट रही थी। हाथरस कांड के बाद हरकत में आई पुलिस नींद से जागी तब जाकर पीड़ित बेटी की बात को सुना।
दरअसल मामला 23 अगस्त का है जब नौकरी के बहाने घर बुलाकर छात्रा को अगवा कर लिया गया था। परिजन बेटी को खोजने के लिए पुलिस के पास पहुंचे लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। जिसके बाद बेटी खुद घर लौट आई। बेटी ने जब आपबीती परिजनों को बताई फिर भी पुलिस आरोपी को बचाने में लगी रही।
इस बीच आरोपी खुलेआम बेटी और उसके परिजनों को धमकी देते रहे। करीब एक महीने के बाद हाथरस कांड से जागी पुलिस को लखनऊ की बेटी की सुध आई। तब जाकर आनन-फानन में 2 आरोपियों को जेल भेजा।
पूरे प्रदेश में गैंगरेप जैसी अमानवीय घटनाएं घट रही हैं लेकिन पुलिस का चेहरा उससे ज्यादा घिनौना सामने आ रहा है।
हाथरस में दलित बेटी के परिजन एक हफ्ते तक इंसाफ के लिए पुलिस के चक्कर काटते रहे वैसा ही लखनऊ में हुआ।
आपको बता दें कि, उत्तर प्रदेश में बेटियों के साथ हो रहे अपराध पर जनता गुस्से में है। विपक्ष सड़कों पर प्रदर्शन कर रहा है। बेटियाँ कब सुरक्षित होंगी? उन्हें कब सुरक्षित माना जाएगा।