लखनऊ प्रशासन ने अब रोज़ाना पांच हज़ार लोगों के टेस्ट करने का लक्ष्य रखा है.
रोज़ाना दो हज़ार टेस्ट अस्पतालों और सामुदायिक केंद्रों में किए जाएंगे जबकि सर्वे में लगी स्वास्थ्य विभाग की टीमें रोज़ाना तीन हज़ार टेस्ट करेंगी.
इन टेस्ट में एंटीजन यूनिट और पीसीआर यूनिट का इस्तेमाल किया जाएगा.
टेस्ट संख्या बढ़ाने के पीछे स्वास्थ्य विभाग का तर्क है कि अधिक टेस्ट करने से अधिक मामले सामने आएंगे और कम्यूनिटी स्प्रेड या सामुदायिक संक्रमण को रोकने के लिए क़दम उठाए जा सकेंगे.
लखनऊ में अब तक क़रीब 95 हज़ार लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है और कल तक 5851 मामले सामने आए थे. यानी आज संक्रमितों का आंकड़ा छह हज़ार के पार हो सकता है.
कल तक के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 2443 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं. लखनऊ में ठीक होने वाले की संख्या राष्ट्रीय औसत से कम है.
अब तक शहर में 76 कोरोना संक्रमितों की मौत भी हुई है.
शनिवार कोरोना संक्रमितों के लिहाज से सबसे बुरा दिन रहा. कल राजधानी में 429 नए मामले सामने आए जबकि अस्पताल से 482 लोगों को डिस्चार्ज किया गया.
आलमबाग में 25 और इंदिरानगर में बीस नए मरीज़ सामने आए हैं.
आलमबाग़ और आसपास का इलाक़ा सबसे ज़्यादा प्रभावित नज़र आ रहा है, यहां संक्रमितों की संख्या 500 को पार कर गई है.
शनिवार को इन इलाक़ों में आए सबसे ज़्यादा मरीज़
आलमबाग-25
इंदिरा नगर- 20
रायबरेली रोड-20
चिनहट- 17
नाका-15
तालकटोरा- 15
हज़रतगंज- 12
बाज़ार खाला-12
पारा- 10
अलीगंज- 09
गोमती नगर-09
चौक- 09
काकोरी- 07
इसके अलावा शहर के अन्य क्षेत्रों में भी पांच से दस के बीच मरीज़ सामने आए हैं.