उत्तर प्रदेश के मेरठ में पहचान बदलकर तलाकशुदा महिला को प्रेम जाल में फंसाने और बाद में बेटी सहित उसकी हत्या कर देने वाला शमशाद के साथ आज सुबह पुलिस का एनकाउंटर हुआ.
पुलिस के मुताबिक शमशाद को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उसके पास से अवैध पिस्टल और बाइक बरामद की गई है. शमशाद पुलिस हिरासत से फ़रार हो गया था.
क्या है मामला
चौंकाने वाला ये मामला मेरठ के परतापुर थानाक्षेत्र का है जहां के शमशाद नाम के एक युवक ने फ़ेसबुक पर हिंदू पहचान से अमित गुर्जर नाम से आईडी बनाकर गाज़ियाबाद की रहने वाले प्रिया को प्रेम जाल में फंसा लिया था.
तलाक़शुदा प्रिया एक बेटी की मां थी. वो मोदीनगर में किराए के मकान में रहती थीं और ब्यूटी पॉर्लर चलाती थीं.
अमित गुर्जर बनें शमशाद ने प्रिया से शादी का वादा किया और दोनों मेरठ के कांशीराम कॉलोनी इलाक़े में लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे.
पुलिस जांच में पता चला है कि शमशाद ने अप्रैल में लॉकडाउन के दौरान प्रिया और उसकी दस साल की बेटी कशिश की हत्या कर दोनों का शव घर में ही दफ़ना दिया था.
पुलिस ने शमशाद की निशानदेही पर दोनों के शव बरामद कर लिए हैं.
इस हत्याकांड की जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठनों ने हंगामा भी किया है.
कैसे खुला मामला?
प्रिया की सहेली चंचल ने उसके लापता होने के बारे में जानकारी एक महीना पहले परतापुर थाने में दी थी.
लेकिन पुलिस ने चंचल की शिकायत पर गौर नहीं किया और मामले को रफ़ा-दफ़ा कर दिया.
बाद में जब चंचल ने वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी और पुलिस ने गंभीरता से जांच की तो मामले की परतें खुलती चली गईं.
पुलिस पर रिश्वत लेकर मामला रफ़ा-दफ़ा करने के आरोप
आरोप हैं कि परतापुर थाने में चंचल की शिकायत की जांच कर रहे आईओ वीर सिंह और इंस्पेक्टर क्राइम भूपेंद्र सिंह ने शमशाद से 95 हजार लेकर उसे छोड़ दिया और मामला रफ़ा-दफ़ा कर दिया.