लखनऊ प्रशासन ने हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की हत्या के मामले में दो अभियुक्तों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून यानी एनएसए लगाया है.
लखनऊ के ज़िलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने अभियुक्त यूसुफ़ ख़ान और सैयद आसिम अली पर एनएसए लगाने की मंज़ूरी दे दी है.
बीते साल अक्तूबर में कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके घर में धारधार हथियार से हत्या कर दी गई थी.
शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने इस हत्याकांड में गुजरात से तीन लोगों और उत्तर प्रदेश से दो लोगों को गिरफ़्तार किया था.
घर में मेहमान बनकर आए लोगों ने की थी हत्या
बीते साल 18 अक्तूबर को कमलेश तिवारी के घर में मेहमान बनकर आए हमलावरों ने धारधार हथियार से हमला कर उनकी हत्या कर दी थी. उनकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उन पर चाकू से पंद्रह बार हमला किया गया था. पुलिस ने इस हत्याकांड में तेरह लोगों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर की थी.
कौन थे कमलेश तिवारी
अपने आप को हिंदूवादी नेता बताने वाले कमलेश तिवारी पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के बाद चर्चा में आए थे.
उत्तर प्रदेश कई मुस्लिम संगठनों ने उनके ख़िलाफ़ जमकर विरोध किया था जिसके बाद उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया था.
कई संगठनों ने उन पर हमले की धमकी भी दी थी.
कमलेश तिवारी ने हिंदू समाज पार्टी का गठन किया था जिसे आजकल उनकी पत्नी चला रही हैं.