उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर ज़िले में प्रशासनिक अनदेखी की वजह से हो रहे भ्रष्टाचार ने एक परिवार के तीन मासूम बच्चों की जान ले ली.
दरअसल अहरौरा थानाक्षेत्र के लालपुर अधवार गांव के मौजा चिरइया में बकरियां चराने गए तीन मासूम बच्चे अवैध खनन के गड्ढे में भरे पानी में डूबकर मर गए.
मिर्ज़ापुर के इस इलाक़े में ब्लास्टिंग करके खनन किया जाता है जिससे गड्ढे बन जाते हैं. इन्हीं गड्ढों में बरसात का पानी भर गया है.
बच्चे शुक्रवार दोपहर बकरियां चराने घर से निकले थे. आज सुबह उनके शव मिले हैं. बकरियां रात भर गड्ढे के पास बैठकर ही बच्चों के पानी से बाहर निकलने का इंतेज़ार करती रहीं.
भ्रष्टाचार के गड्ढे से तीन मासूमों के शव निकाले जाने के हृदय विदारक दृश्य ने आम लोगों की आंखें नम कर दी हैं. लेकिन प्रशासन का दिल इससे दहलता है या नहीं ये देखने की बात होगी.
पुलिस ने तीनों बच्चों 12 वर्षीय राधिका, 6 वर्षीय काजू और 5 वर्षीय ख़ुशबू का शव क़ब्ज़े में लेकर क़ानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
इन मासूम बच्चों के पित प्रकाश कोल मज़दूरी करते हैं. उनके कुल चार बच्चों में से तीन शुक्रवार सुबह घर से खाना खाकर बकरियां चराने के लिए निकले थे. बच्चे खदान में ब्लास्टिंग से हुए गड्ढे में भरे पानी में नहाने उतरे तो डूबकर मर गए.
जब शाम को बच्चे घर नहीं लौटे तो उनकी खोजबीन शुरू हुई. रात भर खोजबीन चलती रही. सुबह खदान में बकरियां गड्ढे के बाहर इंतेज़ार करती मिलीं.
बच्चों की खोज में आए पिता ने देखा कि बकरियां एक चट्टान पर बैठीं गड्ढे को ताक रहीं थीं. जल्द ही उन्हें पानी में बच्चों के शव भी तैरते दिखाई दिए.