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कोरोना से जंगः अब उत्तर प्रदेश में भी होंगे एंटीजन टेस्ट, जानें इससे क्या बदल जाएगा

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उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि वह प्रदेश में कोरोना से सबसे ज़्यादा प्रभावित ज़िलों में जल्द ही एंटीजन टेस्ट शुरू करेगी. एंटीजन टेस्ट से एक घंटों के भीतर नतीजा मिल जाता है और ये सस्ता भी होता है.

प्रिंसिपल सेक्रेट्री (हेल्थ) अमित मोहन प्रसाद ने कहा है कि प्रदेश में रिवर्स ट्रांस्क्रिप्शन पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन टेस्ट (आरटी-पीसीआर) की क्षमता को भी लगातार बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अब प्रदेश में रेपिड एंटीजन टेस्ट भी शुरू किए जा रहे हैं.

 ‘शनिवार को हमने कुल 16125 टेस्ट किए और अब तक प्रदेश में 5 लाख 60 हज़ार से अधिक सेंपल टेस्ट किए जा चुके हैं. हम टेस्ट करने की क्षमता को लगातार बढ़ा रहे हैं. आरटी-पीसीआर के अलावा हम एंटीडन टेस्ट भी शुरू करने जा रहे हैं. इन टेस्ट को आईसीएमआर ने मंज़ूरी दी है.’

उन्होंने कहा, ‘पहले हम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के ज़िलों में ये टेस्ट करेंगे जहां बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं. उसके बाद हम लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर जैसे ज़िलों में एंटीजन टेस्ट लागू करेंगे.’

क्या होता है एंटीजन टेस्ट

एंटीजन टेस्ट में श्वास तंत्र के ऊपरी हिस्से में वायरस की मौजूदगी का पता लगाने की कोशिश की जाती है.

एंटीजन टेस्ट की रैपिड टेस्टिंग किट को इंडियन काउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की मंज़ूरी मिल चुकी है और दिल्ली में एंटीजन टेस्ट पहले से ही किए जा रहे हैं.

इस टेस्ट का रिज़ल्ट महज़ 30 मिनट में ही मिल जाता है. हालांकि प्रारंभिक परिणाम पहले 15 मिनट में ही साफ़ होने लगता है.

इस टेस्ट के लिए नाक के भीतर से सैंपल लिया जाता है और उसकी जांच मौके पर ही टेस्टिंग किट के ज़रिए हो जाती है. यानी नमूने को टेस्टिंग के लिए लैब नहीं भेजना पड़ता है.

एंटीबॉडी टेस्ट में ख़ून के नमूने लिए जाते हैं और उसमें उस प्रोटीन या एन्ज़ाइम की जांच की जाती है जो शरीर में किसी अनजान तत्व जैसे बैक्टेरिया, वायरस आदि की प्रतिक्रया में सामने आते हैं.

इस तरह की प्रतिक्रिया होने में कुछ समय लगता है यानी शरीर में बीमारी फैल चुकी है (ये निर्भर इस बात पर होता है कि टेस्ट कितना जल्दी या देर से हुआ है).

आईसीएमआर ने अपने दिशानिर्देशों में कहा है कि रैपिड एंटीजने टेस्ट के लिए सैम्पल प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी ही लेगा और उसके लिए सभी सावधानियां जैसे पीपीई किट वगैरह का ध्यान रखना ज़रूरी है. साथ ही लिए गए सैंपल का टेस्ट एक घंटे के भीतर करना अनिवार्य होगा.

तो फिर दोबारा होगा टेस्ट

जिन संदिग्धों का रिज़ल्ट कोविड-19 निगेटिव आएगा उसे पक्का करने के लिए फिर उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया जाएगा.

पाज़ेटिव पाए जाने पर दोबारा टेस्ट कराए जाने की ज़रूरत नहीं होगी.

एंटीजन टेस्ट की किट को कोरिया की एक कंपनी ने तैयार किया है और आईसीएमआर और दिल्ली स्थित एम्स ने इसकी जांच की है.

सस्ता होगा ये टेस्ट

अभी कोविड के लिए जो आरटी-पीसीआर टेस्ट हो रहे हैं उसे करवाने में 2000 रूपयों से लेकर 4500 रूपये तक ख़र्च आता है और रिज़ल्ट्स आने में दो से पांच घंटे लग सकते हैं.

इसके अलावा सैम्पल लेने और उसको लैब तक पहुंचाने में भी वक़्त लगता है. इसी वजह से कई बार रिजल्ट आने में दो दिन तक लग जाते हैं.

एंटीजने टेस्ट किट का इस्तेमाल हॉट स्पॉट्स और उपचार से जुड़े क्षेत्रों और उन मरीज़ों पर किया जाएगा जो किसी पॉजेटिव मरीज़ से संपर्क में आ चुके हैं.

या, फिर उनपर जो पहले से दूसरे रोगों जैसे शगर, दिल, सांस की बीमारी वग़ैरह से पीड़ित हैं जिसे को-मॉरबिडिटी भी कहा जाता है.

यह टेस्ट आरटी-पीसीआर टेस्ट के मुकाबले काफ़ी सस्ता है और बस कुछ सौ रुपए में ही हो जाता है.

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