बीते चौबीस घंटों में आकाशीय बिजली गिरने से गोरखपुर-बस्ती मंडल में 13 लोगों की मौत हो गई है वहीं बिहार के अलग अलग ज़िलों में अब तक 83 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. गोरखपुर मंडल में बीस लोग गंभीर रूप से झुलस भी गए हैं.
आसमान से गिरी बिजली का शिकार हुए कई लोग खेतों में काम कर रहे थे. उत्तर प्रदेश में नौ लोगों की मौत देवरिया, दो की सिदार्थनगर, एक की महाराजगंज और एक की कुशीनगर में हुई है. प्रशासन ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
देवरिया ज़िले में बीते चौबीस घंटों में तेज़ बारिश हुई है और ज़िले के अलग-अलग स्थानों पर नौ लोगों की मौत हुई है और सौलह लोग घायल हुए हैं.
ज़िलाधिकारी कार्यालय में भी बिजली गिरी जिससे एसडीएम कार्यालय का कंप्यूटर जल गया है. बिजली गिरने से कार्यालय में शार्ट सर्किट भी हो गया.
बिहार में 83 लोगों की मौत
बिहार के आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों में बिजली गिरने से कम से कम 83 लोगों की मौत हुई है.
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के क़रीब 23 ज़िले में बिजली गिरने से जान-माल का नुक़सान हुआ है. गोपालगंज में तेरह लोगों की मौत हुई है, वहीं मधुबनी और नवादा में 8-8 लोग मारे गए हैं. सिवान में छह, भागलपुर में छह, पूर्वी चंपारण में पांच दरभंगा और बांका में पांच-पांच और पश्चिमी चंपारण में दो लोगों की मौत की रिपोर्ट है. बिहार सरकार ने मरने वालों के लिए चार लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा की है.
बिजली गिरने पर इन बातों का रखें ध्यान
1. यदि किसी पर बिजली गिरी है तो फ़ौरन डॉक्टर की मदद माँगे. घायल को छूने से आपको कोई नुकसान नहीं पहुँचेगा.
2. जिन पर बिजली गिरी है तुरंत उनकी नब्ज़ जांचे. यदि आप फर्स्ट एड देना जानते हैं तो तुरंत दें. बिजली गिरने से अकसर दो जगहों पर जलने की आशंका रहती है- वो जगह जहाँ से बिजली का झटका शरीर में प्रवेश किया और जिस जगह से उसका निकास हुआ जैसे पैर के तलवे.
3. ऐसा भी हो सकता है कि बिजली गिरने से व्यक्ति की हड्डियाँ टूट गई हों या उसे सुनना या दिखाई देना बंद हो गया हो. इसकी जाँच करें.
4. बिजली गिरने के बाद तुरंत बाहर न निकलें. अधिकतर मौतें तुफ़ान गुज़र जाने के 30 मिनट बाद तक बिजली गिरने से होती हैं.
5. अगर बादल गरज रहे हों, और आपके रोंगटे खड़े हो रहे हैं तो ये इस बात का संकेत है कि बिजली गिर सकती है. ऐसे में नीचे दुबक कर पैरों के बल बैठ जाएँ, अपने हाथ घुटने पर रख लें और सर दोनों घुटनों के बीच. इस मुद्रा के कारण आपका ज़मीन से कम से कम संपर्क होगा.
6. छतरी या मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल न करें- धातु के ज़रिए बिजली आपके शरीर में घुस सकती है.
आकाशीय बिजली को लेकर एक मिथक ये भी है कि बिजली एक ही जगह दो बार नहीं गिरती है. ये ग़लत है. बिजली एक ही जगह दो बार गिर सकती है.